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Loksabha election 2024:-जाने चौधरी कंवर सिंह तंवर का इतिहास क्या जीत पाएंगे लोकसभा 2024 का चुनाव

अमरोहा लोकसभा की राजनीति में बहुत ही चंद समय में अपनी छाप बनाने वाले लोकसभा 2024 के बीजेपी के प्रत्याशी चौधरी कंवर सिंह तंवर का नाम आजकल सुर्खियों में है।वजह यह है कि चौधरी कंवर सिंह तंवर को बीजेपी से तीसरी बार 2024 का प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है।
चौधरी कंवर सिंह तंवर के जीवन की कहानी
चौधरी कंवर सिंह तंवर का जन्म 21 जनवरी 1961 को दिल्ली के असोला नामक ग्राम में हुआ था। चौधरी कंवर सिंह तंवर के पिताजी का नाम हुकमचंद है व माता का नाम श्रीमती नारायणी देवी है। कंवर सिंह तंवर की शिक्षा कक्षा 5 तक है। कंवर सिंह तंवर का मन पहले से ही व्यापार की तरफ जाने का था और इसीलिए उन्होंने व्यापार में कदम बढ़ा दिया था। उसके बाद कंवर सिंह तंवर की शादी राजवती के साथ हो जाती हैं। जिससे उन्हें चार बेटे और एक पुत्री जन्म लेती हैं। यानी कि कंवर सिंह तंवर के चार पुत्र और एक पुत्री हैं।
कंवर सिंह तंवर का यहां से होता है राजनीतिक कैरियर शुरू।
कंवर सिंह तंवर दिल्ली में अपने परिवार के साथ रहते हुए देखते हैं कि उनकी क्षेत्र की जनता स्वास्थ्य के लिए परेशान है और पानी की किल्लत का सामना कर रही है। तभी चौधरी कंवर सिंह तंवर के मन में आता है क्यों न जनता की समाज सेवा की जाए और चौधरी कंवर सिंह तंवर इसी दौरान जगह-जगह डिस्पेंसरी और एंबुलेंस सेवा व पानी के टैंकर निजी खर्चे पर चलवाने शुरू कर देते हैं। इसके बाद से वह व्यापारिक के साथ-साथ सामाजिक जीवन में भी अपना कदम बढ़ा देते हैं और समाज की सेवा करने लगते हैं।
आम जनता की परेशानियों को देखते हुए उन्हें लगा की राजनीति में कदम रखा जाए
कंवर सिंह तंवर अपने परिवार के साथ व सामाजिक जीवन जीते हुए उनकी अच्छी जीवन शैली चल रही थी। लेकिन आम जनता की परेशानी को देखते हुए मन में ख्याल आया क्यों ना अब चुनाव लड़ा जाए,क्यों ना अब जनता की सेवा की जाए। इसीलिए आम जनता की परेशानी को देखते हुए उन्होंने दुख दर्द से कराह रही जनता की परेशानी का समाधान करने के लिए पिछड़ा हुआ क्षेत्र देखना शुरू किया था।
चौधरी कंवर सिंह तंवर का ऐसे शुरू हुआ अमरोहा में राजनीतिक जीवन
काफी अन्य क्षेत्रों का दौरा करने के बाद उन्हें लगा कि अमरोहा लोकसभा की जनता राजनीतिक पार्टियों के चलते परेशान हैं। क्यों ना अमरोहा लोकसभा की जनता की सेवा की जाए और इसी उद्देश्य से उन्होंने अमरोहा लोकसभा में स्वास्थ्य सेवा को देखते हुए अपनी एंबुलेंस को गांव-गांव भिजवाना शुरू कर दिया और निशुल्क दवाई बटवानी शुरू कर दी।
एंबुलेंस वाले नेताजी के नाम से होने लगी थी अमरोहा लोकसभा में चर्चा
सन 2012 में एंबुलेंस वाले नेताजी के नाम से चौधरी कंवर सिंह तंवर की अमरोहा लोकसभा में चर्चा होने लगी थी। लोग कहने लगे थे कि समाज सेवी हैं और इन्हें अमरोहा का सांसद बनाया जाए। चर्चा होने लगी थी कि 2014 में चौधरी कंवर सिंह तंवर को कांग्रेस से टिकट मिलेगा और चुनावी मैदान में उतरेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
कंवर सिंह तंवर को 2014 में बीजेपी ने दे दिया था टिकट
2014 में बीजेपी ने लोकसभा अमरोहा से चौधरी कंवर सिंह तंवर को टिकट दिया था और चुनावी मैदान में उतार दिया था।वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता कमाल अख्तर (पूर्व राज्य मंत्री)हाल में कांठ विधानसभा से विधायक हैं। उनकी पत्नी हुमेरा अख्तर को समाजवादी पार्टी ने अमरोहा लोकसभा से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था। सपा से हुमेरा अख्तर को चुनावी मैदान में उतारा गया वैसे ही चुनावी चर्चा तेज होने लगी थी। लोग कहने लगे थे कि हुमेरा अख्तर तो स्थानीय प्रत्याशी है लेकिन स्थानीय प्रत्याशी होने के बाद भी हुमेरा अख्तर को हार का सामना करना पड़ा था और 2014 में लोकसभा अमरोहा सीट को जीतकर चौधरी कंवर सिंह तंवर ने बीजेपी की झोली में डाल दिया था।
2014 से 2019 तक सांसद रहे दोबारा टिकट होने पर हार गए थे चुनाव
2014 में चौधरी कंवर सिंह तंवर बीजेपी से चुनाव जीत गए वहीं 2014 से 2019 तक अमरोहा लोकसभा सीट पर बीजेपी से चुनाव जीतने के बाद चौधरी कंवर सिंह तंवर काबिज रहे। इस बीच चौधरी कंवर सिंह तवर ने क्षेत्र की जनता का विकास किया साथ में समाज सेवा भी चलती रही। लेकिन 2019 में पार्टी के द्वारा जैसे ही चौधरी कंवर सिंह तंवर को दोबारा से प्रत्याशी बनाया गया। वैसे ही वह सामने वाले गठबंधन के प्रत्याशी दानिश अली से चुनाव हार गए और 2019 में अमरोहा लोकसभा पर गठबंधन के प्रत्याशी दानिश अली ने अपना परचम लहराया था।
भारतीय जनता पार्टी ने 2024 में फिर से घोषित किया। चौधरी कंवर सिंह तंवर को अपना प्रत्याशी
हालांकि दिग्गजों का मानना था कि भारतीय जनता पार्टी से इस बार 2024 में कोई अन्य प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारेगी और वह चुनाव जीतेगा। लेकिन 2024 में जैसे ही भारतीय जनता पार्टी ने तीसरी बार चौधरी कंवर सिंह तंवर को चुनावी मैदान में उतारा है। वैसे ही जनता के बीच चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई है। हालांकि कुछ लोग कह रहे हैं कि इस बार बीजेपी अमरोहा लोकसभा से नहीं जीत पाएगी। वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण लगाने के बाद राजनीतिज्ञ कहते हैं की बीजेपी अब साफ तौर पर अमरोहा लोकसभा को जीतती दिखाई दे रही है। हालांकि अमरोहा लोकसभा सीट किसके कब्जे में जाती है यह तो अब आने वाला वक्त ही बताएगा क्या राजनीतिक करियर को बनाए रखते हुए चौधरी कंवर सिंह तंवर इस बार अमरोहा लोकसभा सीट पर काबिज होते हैं या फिर नहीं यह कहना अभी थोड़ा मुश्किल है।