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सर्राफा व्यापारी व उनके दत्तक पुत्री के डबल मर्डर का पुलिस के द्वारा किया गया 24 घंटे के अंदर खुलासा

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Amroha Double Murder अमरोहा/यूपी:- शहर के मोहल्ला कटरा गुलाम अली निवासी योगेश अग्रवाल व उसकी दत्तक पुत्री सृष्टि अग्रवाल की हत्या कर दी गई थी।जानकारी पर पुलिस अधीक्षक अमरोहा कुंवर अनुपम सिंह मय पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। वही दोनों के सबों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया दिया गया। शनिवार देर शाम तक दोनों सबों का अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह के द्वारा मृतक के पुत्र ईशांक अग्रवाल से तहरीर लेकर पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी थी। पूरे मामले का जल्द खुलासा करने के लिए पुलिस अधीक्षक के द्वारा पुलिस की टीम गठित की गई और जल्द से जल्द खुलासा करने की बात कही गई। 24 घंटे ही गुजरे थे की पुलिस अधीक्षक के द्वारा पूरे मामले का खुलासा कर दिया गया। लेकिन जैसे ही मामले का पुलिस के द्वारा खुलासा किया गया तो हर कोई अचंभित रह गया। क्योंकि मर्डर करने वाला कोई और नहीं बल्कि मृतक का बेटा इशांक अग्रवाल और उसकी पत्नी व एक साथी निकला।

पुलिस को गुमराह करने की, की गई थी कोशिश
मृतक के बेटे ईशांक अग्रवाल के द्वारा पुलिस को गुमराह करने के लिए पुलिस को अलग-अलग तरीके की जानकारी दी गई थी। जैसे मेरठ निवासी अज्ञात महिला का घर आना जाना और भी काफी अन्य तरीकों से पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की गई।

पुलिस अधीक्षक की सूझबूझ के साथ किया गया 24 घंटे के अंदर खुलासा

घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस अधीक्षक के द्वारा अलग-अलग टीम गठित की गई। गठित हुई पुलिस टीमो के द्वारा सूचना तंत्र विकसित किए गए पूरी घटना को समझने के लिए पुलिस के द्वारा बहुत ही सूझबूझ के साथ प्रयास किया गया और पूरे मामले का खुलासा किया गया।

पुलिस के द्वारा की गई मृतक के पुत्र इशांक अग्रवाल से पूछताछ

पुलिस द्वारा पूछताछ पर इशांक अग्रवाल के द्वारा बताया गया कि उसके पिताजी के साथ काफी समय से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था संपत्ति के विवाद के चलते ही मेरे द्वारा दिल्ली स्थित मेरी फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर अनिल को पैसे का लालच देकर अपने घर बुलाया गया और पत्नी के साथ बैठकर पूरी साजिश को रचा गया। जिसको अंजाम देने के लिए तीनों ने मिलकर शुक्रवार शनिवार की रात्रि में दोनों की हत्या कर दी सबूत को छुपाने के लिए कमरे में सामान को इधर-उधर किया गया। ताकि कोई भी यह समझे कि यह लूट के साथ की गई हत्या हैं। हत्या करने के बाद योगेश चंद्र के शरीर पर मौजूद सोने की आभूषणों व मर्डर में इस्तेमाल किए गए सामान को छुपा दिया गया। लेकिन पुलिस की सतर्कता के चलते पूरे मामले का खुलासा हो गया।

संपत्ति बनी पिता और पुत्री की हत्या की वजह

इशांक अग्रवाल घर का अपना हिस्सा बेचकर परिवार सहित दिल्ली में शिफ्ट होना चाहता था लेकिन पिता संपत्ति बेचने के काम में अड़ंगा डाल रहे थे।जिससे कि पिता और पुत्र के संबंध अच्छे नहीं चल रहे थे वहीं दूसरी तरफ मृतक ने एक मुस्लिम महिला को घर में रख लिया था। उससे विवाह करने की योजना थी। घर में काफी अन्य भी महिलाओं का आना-जाना था। जिससे कि काफी बदनामी हो रही थी और यही वजह रही की इशांक अग्रवाल ने काफी बार अपने पिता को समझाया भी था। लेकिन जब वह नहीं माने तो मजबूरन यह रास्ता अपनाना पड़ा।

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