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अपराध

उधारी के पैसे न चुकाने पड़े, युवक ने खोजा तरीका, अब जाना पड़ेगा जेल

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अमरोहा (सब का सपना):- जनपद में अपराध नियंत्रण एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत हसनपुर पुलिस द्वारा ऑनलाइन गेम एवियेटर में रुपये हारने पर अपने मित्र से उधार लिये रूपयो को चुकाने के उद्देश्य से स्वयं के साथ लूट की झूठी सूचना देकर अभियोग पंजीकृत कराने की घटना का खुलासा किया है।

18 सितम्बर को थाना हसनपुर पर वादी भारत पुत्र सतपाल सिंह निवासी ग्राम बिडला थाना गजरौला द्वारा अपने साथ 03 अज्ञात व्यक्तियों द्वारा 01 मोबाईल फोन ओप्पो कम्पनी व 43,000 लूट लेने के सम्बन्ध में थाना हसनपुर पर मु0अ0सं0 385/2025 धारा 309(4) बीएनएस बनाम अज्ञात पंजीकृत कराया था ।

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा क्षेत्राधिकारी हसनपुर व प्रभारी थाना हसनपुर को पुलिस टीमें गठित कर घटना का शीघ्र खुलासा करने करने के लिए निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में सर्विलांस, सीडीआर, साक्ष्य संकलन एवं सीसीटीवी फुटेज तथा वादी से की गयी पूछताछ तथा जनसेवा केन्द्र से प्राप्त वादी के खाते की डिटेल से तथा वादी द्वारा स्वंय चलकर ग्राम दयावली खालसा के बंधे के पास से लूटे हुए मोबाईल की बरामदगी के आधार पर प्रकरण में पंजीकृत अभियोग में दर्शायी गयी घटना झुठी पायी गयी ।

वादी भारत के द्वारा ऑनलाइन गेम एवियेटर में रुपये हारने पर अपने मित्र से उधार लिये रूपयो को चुकाने के उद्देश्य से स्वयं के साथ लूट की झूठी सूचना देकर अभियोग पंजीकृत कराने की बात सामने आई। रविवार को थाना हसनपुर पुलिस द्वारा लूट की झूठी सूचना में अभियोग पंजीकृत कराने की घटना का खुलासा किया गया है।

वही पुलिस पूछताछ में भारत ने अपने परिजनों के सामने स्वीकार किया गया कि उसके द्वारा 18 सितम्बर को अपनी मम्मी देवेन्द्री देवी को छोडने के लिए ग्राम क्रियावली थाना नरसैना जनपद बुलंदशहर गया था जहाँ उसके मामा के लडके नितिन द्वारा 43,000 रूपये अंकित पुत्र उधल निवासी ग्राम दयावली खालसा को देने हेतु दिये थे, जिन्हे लेकर वादी गांव दयावली खालसा के लिये चला था, तभी उसके दिमाग में यह प्लान आया कि वह अपने साथ लूट की घटना दिखाकर रूपयों से उधार लिये अपने मित्र के रूपये वापस कर देगा। परन्तु वादी ने 43,000 रूपये ऑनलाइन अपने खाते में कस्बा हसनपुर आकर जन सेवा केन्द्र से अपने मोबाईल नंबर पर ट्रांसफर कराये थे ।

जिसका खुलासा करने हेतु वादी व वादी के परिजनों को साथ लेकर जनसेवा केन्द्र कस्बा हसनपुर आये तथा जनसेवा केन्द्र के मालिक द्वारा ऑनलाइन डिटेल दी तो एक बार में 30,000 व दूसरी बार में 10,000 रूपये वादी के मोबाईल के यूपीआई स्कैनर पर भेजे गये जिसकी छायाप्रति उपलब्ध कराई तथा मोबाईल के सम्बन्ध में पूछा गया तो बताया कि ग्राम दयावली खालसा बांध पर भरे पानी में तोडकर फेंक दिया था।

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