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डॉक्टर सोरन सिंह चौधरी ने बताया सिखों का इतिहास, खाया लंगर

अमरोहा/यूपी:- अमरोहा के ग्राम महमदी (अफजलपुर लूट) में गुरूद्वारा श्री दशमेश पातशाह दरबार साहिब जी के “सालाना दीवान”के मौके पर भाजपा नेता व जिला पंचायत सदस्य डॉक्टर सोरन सिंह चौधरी जी के द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया है।जिसमे गुरु का अटूट लंगर बरसा। इस अवसर पर निशान साहिब जी की सेवा, अखंड पाठ भोग, कीर्तन, आंनद साहिब जी का पाठ किया गया । अमरोहा लोकसभा क्षेत्र से आएं सम्मानित लोगों ने इस कार्यक्रम में सहभागिता की। इस मौके पर डॉक्टर सोरन सिंह चौधरी ने कहा कि सिख गुरुओं का एक गौरवशाली इतिहास है। गुरु नानक देव जी से लेकर के गुरु गोविंद सिंह जी महराज तक भक्ति व शक्ति का एक अद्भुत समन्वय जो प्रत्येक भारतीय के मन में न केवल धर्म और संस्कृति के संरक्षण के प्रति बल्कि प्रत्येक भारतीय को अपने मातृभूमि के प्रति भी उतना ही आग्रही बनाता है।

गुरु तेग बहादुर जी महाराज ने उस काल खंड में जब ये देश औरंगजेब के अत्याचार से कराह रहा था, जबरन धर्मांतरण हो रहे थे, जबरन सनातन धर्म को नष्ट करने के लिए उसके क्रूर अत्याचार चरम पर थे। केवल कश्मीर ही नहीं पूरा हिंदुस्तान कांप रहा था। तब भी औरंगजेब की बर्बरता के खिलाफ सिक्खों ने मजबूती के साथ आवाज उठाई थी । सिख गुरु जहां भी गए, शक्ति और विश्वास का प्रकाश फैलाया। उनका जीवन और शिक्षाएं पीढ़ियों को राष्ट्र, धर्म और मानवता के लिए निस्वार्थ रूप से समर्पित रहने के लिए प्रेरित करती हैं। मध्यकाल में जब विधर्मियों के आतंक से देश, धर्म और मानवता के साथ हमारी बहन बेटियों की इज्जत खतरे में थी। स्वयं के अस्तित्व के लिए मानवता गुहार लगा रही थी, उस कालखंड में मानवता के कल्याण के लिए जो प्रकाश पुंज प्रकट हुआ, जिन्होंने मानवता कल्याण के लिए अपने उपदेशों और जनजागरण के माध्यम से एक बड़े अभियान को अपने हाथों में लिया, उन प्रकाश पुंज को हम गुरु नानक देव के नाम से जानते हैं।इस मौके पर मुख्य रूप से विशेष गुप्ता जी (राज्यमंत्री,उ.प्र.सरकार),स. सेवा सिंह,गुरेन्द्र सिंह(ब्लॉक प्रमुख,अमरोहा),अतुल चौधरी,राजीव चौहान,कृष्ण जाटव,अनुज औलख,धीरज खुराना,गौरव अग्रवाल,प्रत्यक्ष शर्मा,कुसुम अग्रवाल,दिवेश तंवर,डॉ धीरेंद्र सिंह,काविन्दर सिंह,सुबोध सिंघल,जसवंत सिंह,अमन सिंह,सोनू चाहल,गुरुवचन सिंह,हेम सिंह आर्य,राजाराम पाल,महेंद्र प्रजापति,गुरुवचन सिद्ध,मनमोहन सेन,डॉ समरपाल सिंह,अंकुश पाल,तेजवीर अलूना,राजेंद्र सिंह खालसा,खचेड़ू सिंह आदि मौजूद रहे