उत्तर प्रदेश
किसानों की फसलों का भी कोई आईपीएल होता, तो अन्नदाता एक महीने से अनशन पर न होता, नरेश चौधरी

गजरौला (सौरभ गोस्वामी) सब का सपना:-भारतीय किसान यूनियन संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश चौधरी ने कहा कि जिस देश में करोड़ों में बिकते हैं क्रिकेट के खिलाड़ी काश! किसानों की फसलों का भी कोई आईपीएल होता तो आज़ देश का पेट भरने वाला एक महीने से अनशन पर न होता।देश के बड़े किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल जो पिछले करीब एक माह से आमरण अनशन पर हैं। लेकिन उनकी सुध लेने व किसानों की समस्याओं की बाबत सियासी दल मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं हैं।
भाकियू संयुक्त मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश चौधरी ने कहा कि पिछले एक महीने से किसान नेता डल्लेवाल का आमरण अनशन किसानों की मांगों को लेकर निर्णायक संघर्ष की ओर बढ़ता जा रहा है। उनका जीवन संघर्ष किसानों के अस्तित्व का प्रश्न बन गया है। उनकी मुख्य मांगों में न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी की कानूनी गारंटी और अन्य किसान हितैषी नीतियों का कार्यान्वयन शामिल है। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर का सम्मान करना सभी राजनीतिक दलों की नैतिक जिम्मेदारी है लेकिन आंबेडकर के नाम पर सियासी फायदा उठाना किस तरह किसान कामगार के हित में हो सकता है।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आंदोलन पर सभी राजनीतिक दलों की खामोशी और आंबेडकर मुद्दे पर मुखरता से स्पष्ट हो जाता है कि किसानों का चाहे गन्ना मूल्य बढ़ाने या गन्ना भुगतान का मुद्दा हो या फिर किसान आंदोलन की महत्वपूर्ण मांग न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी की बात हो ऐसी तमाम समस्याएं राजनीतिक दलों के लिए कितनी अहमियत रखती है? भले ही चुनावों के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा किसान, किसान, किसान की रट लगाई जाती रही हो।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन के समर्थन में यहां आयोजित एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में राष्ट्रीय सचिव अरुण सिद्धू,युवा इकाई प्रदेश अध्यक्ष रवि चौधरी,मंडल अध्यक्ष मयंक धारीवाल,प्रदेश अध्यक्ष अल्पसंख्यक इक़बाल सैफी,अमित चीमा,नरेश चौधरी,अतुल चौधरी,नकुल चौधरी,सतनाम चौधरी,अली आशु,संजीव चौधरी, रवि चाहल,पुष्पेंद्र चौधरी,रिंकू सागर,शानू,अब्दुल गफ्फार,नितिन चौधरी,कैलाश नाथ,जबर सिंह, डॉ प्रदीप सिंह,चरण सिंह,नितिन गोस्वामी,अजीत चौधरी,अमित चौधरी,दीपक,शोरज सिंह,हाजी तस्लीम,विपिन चौधरी,जाफर,नासिर,अख्तर,आदि समेत पदाधिकारी व तमाम किसान मौजूद रहे।