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कांचन शिरभे अपने अभिनय से बॉलीवुड फिल्मों मे आ रही है धमाल मचाने

। गिरजा शंकर अग्रवाल की रिपोर्ट – कांचन शिरभे ने बताया कि। मैं एक मानेगाव जहांगीर गांव जालना जिल्हा से रहने वाली हूं ।उन्होंने हमारे संवाददाता गिरजा शंकर अग्रवाल को बताया कि मुझे बचपन से ही एक्टिंग के क्षेत्र में काम करने का सपना था । लेकिन हमारे मां और पिता जी की गरीबी के वजह से सारे सपने अधुरे रह गये थे । उन्होंने कहा हैं। कि कांचन शरभे ग्रामीण शहर की रहने वाली हैं। उनका जन्म असोला जहांगीर मे हुआ था।उनकी मां का नाम शोभा और पिता का नाम सुखदेव पसरटे था। कांचन के दो भाई और एक बहन है । कांचन की शादी गरीबी के कारण 9वी क्लास मैं ही जल्दी कर दी गयी थी। इसलिय उनके सारे सपने टूट गये थे। लेकिन शादी के पाच साल बाद कांचन शिर्भे ने फिर से सपने पुरे करने का फैसला लिया और छोटे छोटे फिल्मों में काम करना शुरू किया ।और मुझे अच्छी फिल्म और सिरीयलो मैं काम मिलता गया। और बडे बडे डायरेक्टर और प्रोडयूंसर जान पहचान के हो गये। 2015 को स्टार प्रवाह टी . वी.चैनल की राधाकृष्ण सिरीयल मैं ओफर आया। राधाकृष्ण सिरीयल मैं मैने एक दासी का किरदार निभाया था उसके बाद झांसी की रानी सिरीयल मैं भी ज्युनियर दासी का किरदार निभाया और केसरी नंदन सिरीयल मैं भी गाव वाले का किरदार निभाया था। उसके बाद काम आते रहे। ऋणी शोर्ट फिल्म वाटेवरची पोरं शोर्ट फिल्म स्वप्न नातेले लग्न शोर्ट फिल्म फंडवा मराठी फिल्म कोई हे वेबसिरीज धंदा वेबसिरीज ऊस लय गोड वेबसिरीज परिणाम प्रेमाचा वेबसिरीज मैं काम किया। और कांचन शीरभे को बहुत सारे फिल्म के पुरस्कार भी मिल चुके हैं। इतने सिरीयल मैं काम अच्छे चल रहे थे और नये फिल्म सिरीयल के ओफर भी आ रहे थे। लेकिन कांचन के बच्चे छोटे होने के वजह से घर का ख्याल रखने के लिये को ही नहीं था इस लिऐ उनको फिल्म का काम छोडना पडा। फिर कांचन ने सामाजिक काम 2020 में शुरू किया और उनको शिवसेना पक्ष कि ओर से ओफर आया । कांचन ने शिवसेना में प्रवेश किया । उनको वहा शिवसेना महिला आघाडी तालुका का पद दिया गया। फिर कांचन के अच्छे सामाजिक काम चल रहे थे। बडे बडे आमदार मंत्री नेताओ से उनकी पहचान होती रही । पहचान के वजह से ही काम आसानी से होता था। कांचन का सामाजिक काम में भी नाम होने लगा।उनके काम को देखते कुछ सामाजिक संघटन में भी ओफर आने लगे 2023 को उनको भीम सेना सामाजिक संघटन में महिला अध्यक्षा पद दिया गया लेकिन कुछ महिने बाद कांचन शिरभे ने उस संघटन में राजीनामा दिया और अखिल भारतीय ओ. बी.सी. सेवा संघ में कांचन को मराठवाडा अध्यक्षा बनाया गया उस संघटन में कांचन के बहुत अच्छे काम चल रहे थे और नाम भी हो रहा था लेकीन कांचन के अच्छे काम देखकर उसके दुश्मन भी बहुत होने लगे थे। लेकीन कांचन उनको नजर अंदाज करते हुए अपना काम करती रही लेकीन कुछ दुश्मन ने उनको अंधेरे में रखकर उनके साथ में धोखा किया उस धोखे के वजह से कांचन को बहुत कुछ झेलना पडा। फिर से उसके सपने खत्म हो गये थे। कांचन कुछ भी अच्छे काम करने जाती तो उनके दुश्मन बंड जाते और कांचन कुछ काम ना करे इसलिय ओ कुछ ना कुछ करते रहते। उसको बहुत दर्द और तकलीफ दिया उसके विरोधक लोगो ने इस वजह से वह बहुत डिप्रेशन मैं चले गयी थी। और उनको काम बंद करने पडे। लेकीन इतका सारा होने के बाद कांचन ने कभी भी हार नहीं मानी। लडती रही फिर से उसने अब नये तरीके से अपना काम शुरू किया है अब अखिल भारतीय ओ बी सी सेवा संघ मराठवाडा अध्यक्षा और संत रविदास सामाजिक प्रतिष्ठान में महाराष्ट्र युवती प्रदेश अध्यक्षा पर कांचन का काम चल रहा है और सामाजिक काम के पुरस्कार भी कांचन को मिल चुके हैं और अब कांचन को बॉलिवूड फिल्म में भी ओफर आ रहे है तो क्या कांचन बॉलिवूड फिल्म में काम करना शुरू करेगी। देखते हैं।