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Khiri news अवैध कच्ची शराब माफियों पर अंकुश लगाने मे नाकाम सिंगाही पुलिस

क्षेत्रीय लोगों का सवाल पुलिस प्रशासन की यह नाकामी है या फिर संरक्षण
सिंगाही/खीरी(सब का सपना) इस्तियाक अली:- चिराग तले अंधेरा यह मुहावरा सिंगाही पुलिस की वर्तमान कार्यशैली पर चरितार्थ होता है। वही दूसरी तरफ चर्चा है कि पुलिस शराब माफियों को खुली छूट दे रखी है । बताया जाता है शराब माफिया पुलिस से मिलीभगत कर बथुआ, टांडा, ऊंचीमटैहिया नौबना, फरदहिया, ऐली गांव नौरंगाबाद गांव,, ऐसे दर्जनों गांव में अवैध शराब माफिया सक्रिय है और धड़ल्ले से शराब की होम डिलीवरी कर रहे है।मिली जानकारी के अनुसार सिंगाही थाना क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में कच्ची शराब बनाई व बेची जा रही है।
कच्ची शराब का गोरख धंधा चल रहा है। तो ऐसी स्थिति में शराब तस्कर, शराब लेकर कौन से रास्ता से कस्बा और गांव में प्रवेश कर रहे हैं। शराब तस्करों का रात में बोरियों में भरकर शराब की तस्करी करना और होम डिलिवरी देना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहा है। घरों में अवैध कच्ची शराब बिक्री होना पुलिस की मिलीभगत का होना तय माना जा रहा है। बताया जाता है बथुआ , टांडा, ऊंची मटैहिया, नौबना, फरदहिया, ऐली,नौरंगाबाद गांव, जैसे दर्जनों गांव में अवैध शराब घरके अंदर बिक रही है।
इससे समाज के कानून व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है। गली कूचों में हो रही है अवैध शराब की बिक्री से जहां महौल खराब हो रहा हैं, वहीं युवा पीढ़ी भी नशे की लत के आदी होते जा रहे हैं। जिससें कई ऐसे परिवार है, जो उजडऩे की कगार पर है। क्षेत्र में जिस प्रकार से घरों में बेधड़क अवैध शराब बेची जा रही है, इससे ऐसा प्रतीत होता है कि मानों पुलिस की सरपरस्ती में यहां अवैध शराब बेची जा रही है। यहां के कच्ची शराब विक्रेताओं को पुलिस का जरा सा भी भय नहीं है। यहां क्षेत्र में कोई भी जागरूक व्यक्ति अवैध शराब की धरपकड़ पुलिसिया कार्रवाई पर दावे के साथ सवाल उठा सकता है। बताया जाता है कि यहां शराब की बिक्री का करोबार तो सालों से चल रहा है। इसके बाद भी पुलिस अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है । वहीं चर्चा है मोटी चढ़ोत्तरी के दम पर चल रहा है कच्ची शराब का कारोबार ।
जिस प्रकार से क्षेत्र में अवैध कच्ची शराब घरों में फल-फूल रहे हैं यह कई सवालों को जन्म देता है। तमाम नियम कायदों के बावजूद जिले की आबकारी महकमा व पुलिस से कोरी कृपा से नही बल्कि मोटी चढ़ोत्तरी के दम पर चल रहा है। चाहे जो भी हो ऐसे मामलों में शराब के अवैध कारोबार का फलना-फूलना इस बात का भी संकेत है । कहीं पुलिस के सह पर तो नही चल रहा अवैध शराब का कारोबार शराब माफियाओं में कानून का कोई भय नहीं रहा। शराब की अवैध बिक्री और युवा पियक्कड़़ों की बढ़ती फौज से माहौल अराजक हो रहा है।
वर्जन नंबर 1*इस संबंध में निघासन आबकारी इंस्पेक्टर मनोज कुमार यादव ने बताया सूचना मिलने पर आबकारी विभाग द्वारा लगातार दबिश देकर कार्यवाही की जाती रही है। अगर ऐसा है कहीं कच्ची शराब बनाई जा रही है तो उसपर कार्यवाही की जाएगी* ।
वर्जन नंबर 2*सिंगाही थाना प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कच्ची शराब सूचना मिलने पर कार्यवाही की जाएगी*।