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थम नहीं रहा आवारा कुत्तों का आतंक : युवा समाजसेवी योगेश शर्मा

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नगर की हर गली-मौहल्ले में लोग हो रहे शिकार

शिकारपुर (मनोज गिरि) सब का सपना:- नगर में आकड़ों के मुताबिक ही नगर में लगभग साढ़े दस हजार कुत्ते है इनकी संख्या से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यदि इन्हें पकड़ा नहीं गया और संख्या नियंत्रण के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया तो यह नगरवासियों के लिए एक बड़ी समस्या बनकर सामने आएगा अब नगर का ऐसा कोई मौहल्ला या गली नहीं है जहां आवारा कुत्ते न हो नगर की सड़कों से लेकर छोटे से छोटे गली मौहल्ले में इनका आतंक चल रहा है जो हर दिन हर मौहल्ले-गली में किसी न किसी को काटते जरुर है।

लगातार इनका आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है इसके बाद भी जिम्मेदार नगर पालिका इस ओर जरा भी ध्यान नहीं दे रही है नगर पालिका के आकड़ों के मुताबिक ही नगर में लगभग साढ़े दस हजार कुत्ते है इनकी संख्या से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यदि इन्हें पकड़ा नहीं गया और संख्या नियंत्रण के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया तो यह नगरवासियों के लिए एक बड़ी समस्या बनकर सामने आएगा वैसे अभी भी यह डागबाइट करते हुए लोगों को परेशान ही करने का काम कर रहे है नगर की गली मौहल्लों में आवारा कुत्तों का झुंड देखा जा सकता है कई चौक-चौराहें में कुत्तों का झुंड आक्रमक होता है जो बाइक सवार, पैदल राहगीर या चार पहिया वाहनों के पीछे दौड़ते हैं इसकी वजह से कई बार दुर्घटना का शिकार भी होते है लगातार बढ़ रहे कुत्तों के हमले को लेकर लोगों का यह कहना है कि मांस मटन की दुकानें इसका बड़ा कारण है इन दुकानों के संचालकों द्वारा दुकान से निकले अपशिष्ट को जहां तहां फेंक दिया जाता है अपशिष्ट को लेकर कुत्तों में लड़ाईया होती रहती है और यह आक्रमक रवैया अपनाने लगते है और धीरे-धीरे इनका आक्रमक रवैया लोगों के खिलाफ में भी देखने को मिलता है जल्द ही इनके नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाया गया तो स्थिति और भी बिगड़ सकती है और इनका आवारा आतंक और भी बढ़ सकता है ।

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