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महाराणा प्रताप के बोर्ड को रात में काट ले गए चोर, गांव में तनातनी का माहौल

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हसनपुर/अमरोहा:- नो मई दिन बृहस्पतिवार को जगह-जगह महाराणा प्रताप की जयंती बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाई गई थी लेकिन तहसील क्षेत्र के गांव दरियापुर में जयंती की रात को ही महाराणा प्रताप के 2 वर्ष लगे पूर्व बोर्ड को अज्ञात चोरों ने काट कर चोरी कर लिया। जब सुबह ग्रामीणों ने बोर्ड को देखा तब खड्गवंशी समाज के लोगों में आक्रोश जाग उठा। उन्होंने कहा की शरारती तत्वों के द्वारा महाराणा प्रताप के बोर्ड को चुराया गया है। जिससे गांव में तनातनी का माहौल बन गया।

ज्ञात रहे की 9 मई को वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का जन्म हुआ था। इसीलिए राजपूत समाज के लोगों ने जगह-जगह अलग-अलग गांव में उनकी जयंती बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई थी लेकिन बताया जाता है कि जयंती मनाने के दौरान ही दरियापुर में किसी अज्ञात व्यक्ति ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के लगे बोर्ड पर कीचड़ फेंक दिया था। जैसे ही जाटव समाज के लोगों ने बोर्ड पर कीचड़ लगा देखा तो उनमें आक्रोश आ गया।इसके बाद राजपूत और जाटव समाज के बीच विवाद बढ़ गया था। मौके पर पुलिस प्रशासन पहुंचा तब जाकर मामला शांत हुआ। लेकिन रात गुजरी दिन निकला, दिन निकलने पर पता चला की वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के 2 वर्ष पूर्व लगे बोर्ड को अज्ञात लोगों ने काट कर चोरी कर लिया। जिससे राजपूत समाज में नाराजगी फैल गई। उन्होंने कहा की यह तो महाराणा प्रताप जी का अपमान है। महाराणा प्रताप को पसंद न करने वाले लोगों ने इस घटिया कृत्य को किया है, यानी कि राजपूत समाज के लोगों द्वारा जाटव समाज के लोगों पर आरोप लगाया जाने लगा। वही जाटव समाज के लोगों ने कहा कि यह कृत्य खुद राजपूत समाज के लोगों ने किया है। जिससे कि कीचड़ फेंकने का मामला शांत हो सके। वही मौके पर पुलिस बल के साथ थाना प्रभारी आदमपुर भी पहुंच गए थे और भीड़ में आक्रोश देखकर उन्होंने मामले को शांत कराया। कहा कि दोषियों को किसी भी दशा में बक्सा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसा घटिया कृत्य करने वाला दोषी होता है। दोषी की कोई जाति नहीं होती वह किसी भी जाति का क्यों ना हो उसको सजा अवश्य दिलाई जाएगी। हालांकि जाटव और राजपूत समाज के लोगों के बीच आपसी मनमुटाव को कम करने के लिए दोनों पक्षों ने बैठकर समझौता कर लिया। वहीं पुलिस से कहा गया कि जल्द से जल्द इस घटिया कृत्य करने वाले लोगों को पहचान कर उन पर कार्यवाही की जाए। वही खबर लिखे जाने तक गांव में पुलिस तैनात थी।

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